Creating Rainbows in Jails: A Decade of Changing NarrativesWhere Redemption Meets Recognition
PRE PRESS RELEASE
Megha Pramodbhai Shah (Gujarat), an inmate lodged in Central Jail, Sabarmati will be one of the proud recipients of Tinka Tinka India Awards 2024. Her painting, on the theme: Visitation in Jail, has bagged her a consolation prize out of 180 entries. Megha’s art will be adorning the walls of District Jail, Lucknow and will be displayed in all its glory. She defined her story, as an MA graduate lodged in prison for 16 years, through her awe-spiring sketch. Her painting stands as a true testament to the foundation’s motto: Creating rainbows in jail.
RELEASE OF AWARDS: 10th edition of Tinka Tinka India Awards 2024 are all set to be held in District Jail, Lucknow, Uttar Pradesh on the occasion of Human Rights Day. The awards will be released by Shri Manoj Kumar Singh,IAS, Chief Secretary, Uttar Pradesh & Shri P V Ramasastry, IPS, DG Prisons, Uttar Pradesh.
BACKGROUND OF AWARDS: These are solitary awards in India that recognise the talents and contributions of prison inmates and staff. Founded by prison reformer and media educator Dr. Vartika Nanda, Tinka Tinka Foundation honors every year the creativity and extraordinary work done in jails through these Awards. Tinka Tinka Foundation has earned a reputation for creating rainbows in jails through prison radio, podcasts, books and research. It has been mentioned twice in the Limca Book of Records. This year the jury for Tinka Tinka India Awards was Shri Ajay Kashyap, IPS (retd.), Former DG Prisons, Delhi and K. Selvaraj, IPS (retd.), Former DG, Haryana Prisons and Dr. Vartika Nanda, Founder, Tinka Tinka Foundation. Vartika Nanda heads the Department of Journalism in Lady Shri Ram College, Delhi University.
CATEGORIES:
Tinka Tinka India Awards represent a distinguished initiative to honor excellence in the prison ecosystem encompassing four key categories: Painting, Special Mention, Tinka Tinka Bandini Awards, and Prison Administrators. Each year, a thoughtfully curated theme reflecting a pivotal aspect of prison life is chosen for the painting category, fostering creative expression among inmates. Recent themes have included Radio in Jails (2019), COVID-19 and Prisons (2020), Telephone in Jails (2021), Newspapers in Jails (2022), and Television in Jails (2023). The theme for this year is : Visitation in Jail. Special Mention Award is conferred upon inmates who demonstrate exceptional initiative and contribute meaningfully to the well-being and upliftment of their peers, thereby enriching the collective prison experience. Tinka Tinka Bandini Award is exclusively dedicated to women inmates, recognizing their extraordinary contributions toward improving the quality of life within prison settings. Prison Administrators are also awarded to celebrate their unwavering dedication and recognise their exemplary performance and commitment to duty. Nominations for this prestigious accolade are sent by the respective state’s DG of Prisons.
MILESTONES
In the last 10 years, 48 jail administrators have been recognised from all over the country, out of which, 11 are from Uttar Pradesh. Apart from that,130 inmates have also been awarded for their remarkable talents and contributions. Additionally, 33 women inmates have been awarded Tinka Tinka Bandini Awards which were restarted in 2021 from Bhopal Jail, and are given with the Tinka Tinka India Awards every year in December.
JURY
This year the jury for Tinka Tinka Awards was Shri Ajay Kashyap, IPS (retd.), Former DG Prisons, Delhi and K. Selvaraj, IPS (retd.), Former DG, Haryana Prisons and Dr. Vartika Nanda, Founder, Tinka Tinka Foundation.
ENTRIES THIS YEAR: SUMMARY
This year, the award has a total of 26 winners across four categories: Painting, Special Mention, Bandini and Jail Staff. 23 inmates and 3 jail staff will be awarded in this year’s ceremony. Out of the 23 inmates, 13 are convicts and 10 are under trial. The painting winners include 11 men and 5 women. This year the theme for painting was:Visitation in Jail. Under the Tinka Tinka Bandini Awards, a foreign national (Zambia,South Africa) lodged in Tihar Jail 6 is also being felicitated this year. Uttar Pradesh will be leading with the number of winners this year, a total of 7 winners across the 4 categories. Special Mention is also being awarded to an inmate who is a Doctor (BMHS Graduate) and Teacher (B.Ed) who have continued to play their professional roles before prison life selflessly. 3 jail staff are also being felicitated for their meritorious efforts out of whom 2 are women.
- दस साल से देश की जेलों को सम्मानित करता इकलौता राष्ट्रीय सम्मान
- इन्हें तिनका तिनका फाउंडेशन ने स्थापित किया है।
- इस साल पेंटिग की थी- जेल में मुलाकात
10 दिसंबर, 2024 को मानवाधिकार दिवस के अवसर पर तिनका तिनका इंडिया अवॉर्ड्स 2024 का आयोजन जिला जेल, लखनऊ, उत्तर प्रदेश में किया जाएगा। यह पुरस्कार कार्यक्रम उत्तर प्रदेश के मुख्य सचिव श्री मनोज कुमार सिंह, आईएएस, और पुलिस महानिदेशक कारागार श्री पी.वी. रामाशास्त्री की उपस्थिति में आयोजित होगा।
तिनका तिनका इंडिया अवॉर्ड्स भारत का एकमात्र ऐसा पुरस्कार है जो जेल के बंदियों और कारागार स्टाफ की प्रतिभा और योगदान को सम्मानित करता है। यह आयोजन कारागारों में सुधार और मानवाधिकारों के प्रति उत्तर प्रदेश की प्रतिबद्धता का प्रतीक होगा। जेल सुधारक डॉ. वर्तिका नंदा द्वारा स्थापित तिनका तिनका फाउंडेशन हर वर्ष जेलों में की गई रचनात्मकता और असाधारण कार्यों को पहचानने और सम्मानित करने के लिए इन पुरस्कारों का आयोजन करता है। यह फाउंडेशन जेल रेडियो, पॉडकास्ट, किताबों और शोध कार्यों के माध्यम से जेलों में सकारात्मक बदलाव लाने के लिए जाना जाता है। लिम्का बुक ऑफ रिकॉर्ड्स में इसे दो बार स्थान प्राप्त हो चुका है।
उपलब्धियां
पिछले 10 सालों में पूरे देश से 48 जेल प्रशासकों को सम्मानित किया गया है, जिनमें से 11 उत्तर प्रदेश से हैं. इसके अलावा, 130 बंदियों को उनके उल्लेखनीय प्रतिभा और योगदान के लिए पुरस्कृत किया गया है. साथ ही, तिनका तिनका बंदिनी अवॉर्ड्स के तहत 33 महिला कैदियों को सम्मानित किया गया है. तिनका तिनका बंदिनी अवॉर्ड साल 2021 में भोपाल जेल से दोबारा शुरू किया गया था और हर साल दिसंबर में तिनका तिनका इंडिया अवॉर्ड्स के साथ दिया जाता है.
उत्तर प्रदेश की भागीदारी
इस वर्ष उत्तर प्रदेश से बड़ी संख्या में प्रविष्टियां प्राप्त हुई हैं। 26 विजेताओं में से 7 विजेता उत्तर प्रदेश से हैं, जिनमें 6 बंदी और 1 जेल अधिकारी शामिल हैं। विजेताओं को चार श्रेणियों में बांटा गया है। इनमें से 2 महिला बंदी हैं। इन विजेताओं में से 1 सिद्ध दोष बंदी है जबकि अन्य विचाराधीन बंदी हैं। साथ ही कार्यक्रम में बंदियों द्वारा बनाई गयी कलाकृतियों एवं उत्तर प्रदेश की कारागार में बंदियों द्वारा निर्मित वन जेल वन प्रोडक्ट के अंतर्गत निर्मित उत्पादों की प्रदर्शनी भी लगायी जाएगी।
श्रेणियां
तिनका तिनका इंडिया अवॉर्ड्स जेलों में उत्कृष्टता को सम्मानित करने वाली एक विशिष्ट पहल है, जो चार प्रमुख श्रेणियों को शामिल करती है- पेंटिंग, विशेष उल्लेख (स्पेशल मेंशन), तिनका तिनका बंदिनी अवॉर्ड्स और जेल स्टाफ. हर साल, जेल जीवन के महत्वपूर्ण पहलू को प्रतिबिंबित करने वाली एक थीम को पेंटिंग श्रेणी के लिए चुना जाता है, जो बंदियों के बीच रचनात्मकता को बढ़ावा देती है. बीते सालों में इन थीम को पेंटिंग श्रेणी के के लिए चुना गया था.
जेलों में रेडियो (2019)
COVID-19 और जेल (2020)
जेलों में टेलीफोन (2021)
जेलों में अखबार (2022)
जेलों में टेलीविजन (2023)
इस वर्ष की थीम है- जेल में मुलाकात.
स्पेशल मेंशन अवॉर्ड उन बंदियों को दिया जाता है, जिन्होंने जेल में कोई उल्लेखनीय काम और योगदान दिया हो. तिनका तिनका बंदिनी अवॉर्ड विशेष रूप से महिला बंदियों के लिए समर्पित होता है. वहीं, जेल स्टाफ के अवॉर्ड के तहत उनके उल्लेखनीय काम और कर्तव्य के प्रति प्रतिबद्धता के लिए पुरस्कृत किया जाता है. इस प्रतिष्ठित पुरस्कार के लिए नामांकन संबंधित राज्य के जेल महानिदेशक द्वारा भेजे जाते हैं.
जूरी (Jury)
इस साल तिनका तिनका अवॉड्स की जूरी में श्री अजय कश्यप, आईपीएस (सेवानिवृत्त), पूर्व जेल महानिदेशक, दिल्ली जेल, के सेल्वराज, आईपीएस (सेवानिवृत्त), पूर्व जेल महानिदेशक, हरियाणा जेल और डॉ. वर्तिका नन्दा, संस्थापक, तिनका तिनका फाउंडेशन शामिल थे.